मंरेगा : पांच हज़ार से अधिक मजदूरो का आधार सीडिंग अब भी सीडिंग होना बाकि
मनरेगा योजना की शुरुआत कब हुई?
मंरेगा : पांच हज़ार से अधिक मजदूरो का आधार सीडिंग अब भी सीडिंग होना बाकि
Jharkhand : मनरेगा में अब भी पांच हजार से अधिकमजदूरों का आधार संख्या का सीडिंग बैंक खाता सेनहीं किया जा सका है. झारखंड के सभी जिलों में3812152 मजदूर मनरेगा से निबंधित हैं. इनमें से99.9 फीसदी मजदूरों का आधार सीडिंग हो गया है.यानि 3806934 मजदूरों का आधार कार्ड नंबंरजोड़ा गया है, वहीं अब भी 5218 मनरेगा मजदूरों काआधार सीडिंग नहीं हुआ है. साहेबगंज, खूंटी, पश्चिमसिंहभूम, दुमका, हजारीबाग, पलामू, गुमला, पूर्वीसिंहभूम, गढ़वा, सरायकेिला-खरसावां में आधार सीडिंग का काम पेडिंग है. |
ग्रामीण विकास विभागइन जिलों में शत-प्रतिशत आधार सीडिंग के लिएबार-बार दिशा-निर्देश दे रही है | ताकि सारे मजदूरों काकेवाईसी अपडेट किया जा सके. |आधार सीडिंग नहींहोने से इन मजदूरों को काम करने के बावजूदमजदूरी नहीं मिल पा रही है|, बैंक खाते से राशिरिजेक्ट कर दी जा रही है.
नरेगा में आधार आधारित भुगतान प्रणाली क्या है?
महात्मा गांधी नरेगा के तहत लाभार्थियों को मजदूरी का समय पर भुगतान सुनिश्चित करने और लाभार्थियों द्वारा बैंक खाता संख्या के बार-बार बदलने और बाद में कार्यक्रम अधिकारियों द्वारा अद्यतन न किए जाने के कारण उत्पन्न होने वाली समस्याओं का समाधान करने के लिए, आधार को अपनाने का निर्णय लिया गया है। -आधारित भुगतान प्रणाली (एबीपीएस),